सीमा सुरक्षा बल ने भूमिगत सीमापार सुरंग का पता लगाया
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जम्मू : सीमा सुरक्षा बल ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक भूमिगत सीमापार सुरंग का पता लगाया, जिसके बारे में संदेह है कि इसका इस्तेमाल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो आत्मघाती हमलावरों ने किया । अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जम्मू के सुंजवां इलाके में 22 अप्रैल को सीआईएसएफ की बस पर हमला करने के बाद सुरक्षा बलों ने दोनों आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया था। उक्त घटना के लगभग एक पखवाड़े बाद सीमापार सुरंग का पता चला है। पिछले 16 महीनों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के नीचे बीएसएफ द्वारा खोजी गई यह पहली ऐसी संरचना है, जिससे पिछले एक दशक में पता लगायी गई ऐसी सुरंगों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। पिछले साल, बल ने जनवरी में कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में दो सुरंगों का पता लगाया था।
बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया, ” बीएसएफ जम्मू के सतर्क सैनिकों ने सांबा अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास एक सुरंग का पता लगाया, पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया गया।” बीएसएफ (जम्मू) के उप महानिरीक्षक एस पी एस संधू ने कहा कि सांबा में बाड़ के पास एक सामान्य क्षेत्र में एक छोटा सी जगह का पता चला है, जिसे एक संदिग्ध सुरंग माना जा रहा है। बल के जनसंपर्क अधिकारी संधू ने संदिग्ध सुरंग की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए कहा, “अंधेरे के कारण आगे की खोज नहीं की जा सकी। सुबह रोशनी में विस्तृत खोज की जाएगी।”हालांकि, बीएसएफ ने बताया कि कहा कि शाम करीब साढ़े पांच बजे चक फकीरा के सीमा चौकी इलाके में सुरंग रोधी अभियान के दौरान जवानों ने संदिग्ध सुरंग का पता लगाया।
‘अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 मीटर की दूरी पर और सीमा की बाड़ से 50 मीटर की दूरी पर एक नई खोदी गई सुरंग का पता पाकिस्तानी चौकी चमन खुर्द (फियाज) के सामने लगाया गया, जो भारत की ओर से 900 मीटर की दूरी पर है।” उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत सीमा चौकी चक फकीरा से लगभग 300 मीटर और अंतिम भारतीय गांव से 700 मीटर की दूरी पर है। बीएसएफ ने जम्मू के सुंजवां इलाके में 22 अप्रैल को हुई मुठभेड़ के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के साथ किसी भी सुरंग का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।
(जी.एन.एस)